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01 July 2020

Fronts वाताग्र

 जब किसी क्षेत्र में दो अलग-अलग विशेषताओं वाली वायु राशियां मिलती है जिनकी भौतिक विशेषताएं एक दूसरे से पूर्ण रूप से अलग होती है जब आपस में टकराती है तो दोनों के गुणों में अंतर के कारण एक ढालू भूमि का निर्माण होता है इस ढालू भाग को ही वाताग्र कहते हैं
 किसी भी क्षेत्र में मौसम संबंधी गतिविधियों को समझने में वाताग्र की भूमिका महत्वपूर्ण होती है इससे हमें चक्रवात तथा प्रतिचक्रवात जैसी स्थितियों का अनुमान लग सकता है वाताग्र दो प्रकार के होते हैं एक नंबर उष्ण वाताग्र तथा दूसरा  शीत वाताग्र
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