भारतीय मानसून को प्रभावित करने में दक्षिणी दोलन की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होती है दक्षिणी दोलन के कारण ही भारत में कवि कवि वर्षा काफी अधिक होती है तथा कुछ समय ऐसे होते हैं जिस समय भारत में वर्षा कम होती है या सूखे जैसी स्थितियां आ जाती है
Southern oscillation:- प्रशांत महासागर और हिंद महासागर के बीच होने वाले मौसम संबंधित उतार-चढ़ाव को दक्षिणी दोलन कहते हैं इसके अनुसार कभी-कभी प्रशांत महासागर में वायुदाब अधिक पर जाता है तो इसके प्रभाव स्वरूप हिंद महासागर में वायुदाब कम हो जाता है जिससे भारतीय उपमहाद्वीप में वर्षा अधिक होती है एवं इसके विपरीत जब हिंद महासागर में वायुदाब अधिक होता है तो प्रशांत महासागर में वायुदाब कम होता है परिणाम स्वरूप भारतीय उपमहाद्वीप में वर्षा सामान्य से कम होती है