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29 June 2021

Foot-Loose Industries (आधारहीन उद्योग)

 आधारहीन उद्योग:-जिस किसी भी उद्योग का विकास किया जाता है तो उसकी स्थापना के लिए कुछ प्रमुख आवश्यक दिशाओं की आवश्यकता होती है बिना आवश्यक दिशाओं के वहां पर उद्योगों का विकास करना संभव नहीं होता

इस कारण से जहां पर भी उद्योग का विकास किया जाता है कच्चा माल सनम परिवहन के साधन बाजार इत्यादि चीजों पर ध्यान रखा जाता है


Foot-Loose Industries
Foot-Loose Industries 


लेकिन आजकल के समय में कुछ ऐसे उद्योग विकसित हो रहे हैं जिन्हें इन आधारभूत आवश्यकताओं की आवश्यकता ही नहीं होती उद्योगों का विकास कुछ विशेष सुविधाओं के साथ किया जा सकता है एवं यह कहीं पर भी स्थापित किए जा सकते हैं आमतौर पर जहां पर सरकार कर में छूट तथा अन्य सुविधाएं दे देती है जैसे सस्ता भूमि एवं अन्य छूट उसी के आधार पर वहां पर उद्योग का विकास कर दिया जाता है इस तरह की उद्योग को आधारहीन उद्योग के नाम से जाना जाता है इस तरह के उद्योग के अंतर्गत श्रमिक शक्ति के साधन और तकनीक एवं पूंजी का महत्व अधिक होता है इसके अलावा अन्य चीजों की आवश्यकता कम पड़ती है इस तरह के उद्योग के उदाहरण है रेडियो उद्योग घड़ी उद्योग कंप्यूटर उद्योग इत्यादि

आजकल की तकनीक प्रधान युग में इस तरह के उद्योग लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं जिससे की किसी भी क्षेत्र में उद्योगों का विकास करना अब आसान हो गया है पहले उद्योगों का केंद्रीकरण किसी एक क्षेत्र में होता था पर इस तरह के उद्योगों के कारण अब उद्योगों का विकेंद्रीकरण करना आसान हो गया है लेकिन इसके साथ साथ इस तरह के उद्योग अपने साथ कुछ समस्याएं भी लाते हैं इसमें सबसे बड़ी समस्या पर्यावरणीय समस्या एवं रोजगार संबंधी समस्या है क्योंकि इन उद्योगों में तकनीक का उपयोग अधिक होता है इस कारण से इन उद्योगों में परिश्रम की आवश्यकता नहीं पड़ती है और उद्योगपतियों के लिए यह एक कमाई के काफी अच्छे साधन होते हैं





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