पृथ्वी की सतह पर कंपन या दोलन को भूकंप कहते हैं भूकंप की उत्पत्ति अंतर्गत बल के कारण होती है अंतर्गत भूकंप प्लेट विवर्तनिक कारणों तापमान में वृद्धि तथा अन्य भूगर्भीक हलचल के कारण उत्पन्न हो सकते हैं भूकंप की उत्पत्ति पर आया पृथ्वी की सतह के नीचे 5 किलोमीटर से लेकर 300 किलोमीटर के मध्य होती है भूकंप पृथ्वी की सतह जितने पास उत्पन्न होता है उसकी तीव्रता उतनी अधिक होती है एवं या पृथ्वी की सतह जितनी गहराई में उत्पन्न होता है उतनी भूकंप की तीव्रता कम होती है पृथ्वी की सतह के नीचे जहां से सबसे पहले भूकंप की उत्पत्ति होती है उस बिंदु को भूकंप का केंद्र अथवा फोकस के नाम से जानते हैं जबकि केंद्र से भूकंप की तरंगे पृथ्वी के सतह पर आती हैं जहां पर सबसे पहले भूकंप महसूस होता है उसे अधि केंद्र के नाम से जानते हैं
पृथ्वी की सतह पर कंपन या दोलन को भूकंप कहते हैं भूकंप की उत्पत्ति अंतर्गत बल के कारण होती है अंतर्गत भूकंप प्लेट विवर्तनिक कारणों तापमान में वृद्धि तथा अन्य भूगर्भीक हलचल के कारण उत्पन्न हो सकते हैं भूकंप की उत्पत्ति पर आया पृथ्वी की सतह के नीचे 5 किलोमीटर से लेकर 300 किलोमीटर के मध्य होती है भूकंप पृथ्वी की सतह जितने पास उत्पन्न होता है उसकी तीव्रता उतनी अधिक होती है एवं या पृथ्वी की सतह जितनी गहराई में उत्पन्न होता है उतनी भूकंप की तीव्रता कम होती है पृथ्वी की सतह के नीचे जहां से सबसे पहले भूकंप की उत्पत्ति होती है उस बिंदु को भूकंप का केंद्र अथवा फोकस के नाम से जानते हैं जबकि केंद्र से भूकंप की तरंगे पृथ्वी के सतह पर आती हैं जहां पर सबसे पहले भूकंप महसूस होता है उसे अधि केंद्र के नाम से जानते हैं