LESSON:-4 SHIEKSHAA
HISTORY
समाज सुधार के कारण समाज में हुए बदलाव।
(Change and transformation in society as a
result of above factors)
19वीं शताब्दी के सुधार आंदोलन का प्रभाव भारतीय समाज पर काफी गहरा पड़ा सुधार आंदोलन के कारण धार्मिक सामाजिक राजनीतिक और साहित्य क्षेत्रों में काफी परिवर्तन आया इन्हीं परिवर्तनों के कारण से आज की भारत की आधुनिक रूपरेखा देखी जा सकती है इससे बड़े पैमाने पर मानवता का विकास हुआ तथा दलित वर्ग की भी दशा में भी सुधार हुआ भारतीय समाज में सुधार मुख्य रूप से निम्नलिखित क्षेत्रों में आया।
1) सामाजिक सुधार: -सुधार आंदोलनों में से सबसे अधिक प्रभाव सामाजिक क्षेत्र में हुआ था इस क्षेत्र में मुख्य रूप से सुधार निम्नलिखित क्षेत्र में मिलता है।a) सती प्रथा का अंत
b) स्त्री शिक्षा को बढ़ाना
C) बालिका विवाह का विरोध
d) जाती पाती का विरोध
e) छुआछूत की भावना को समाप्त करना
2) धार्मिक क्षेत्र में प्रभाव: -सुधार आंदोलनों ने भारतीय परंपरागत प्रथाओं को वैज्ञानिक तर्क प्रदान किया फल स्वरुप हिंदू धर्म की अनेक बुराई दूर हुई धीरे-धीरे अंधविश्वासों का अंत हो गया सभी विद्वानों ने भारतीय हिंदू धर्म में मूर्ति पूजा का विरोध किया है इससे हिंदू धर्म में मानव वादी दृष्टिकोण के विकास के साथ साथ एकेश्वरवाद का विकास को बढ़ावा
मिला।..................
औपनिवेशिक भारत में साहूकारों पाटीदारों तथा जमींदारों की भूमिका:-
भारत में अंग्रेजों के आगमन के समय भारत में यहां के राजाओं का शासन था परंतु जैसे-जैसे अंग्रेजों ने भारतीय क्षेत्रों में हस्तक्षेप करना शुरू कर दिया था और जिन क्षेत्रों पर वह प्रत्यक्ष रूप से शासन करते थे वहां पर यह कर लेने का अधिकार रखते थे पर इसके लिए अंग्रेजों के पास उतनी मात्रा में कर्मचारी नहीं थे जिसके कारण इन्हें भारतीय लोगों की जरूरत हुई इसके लिए उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार के लोगों की सहायता ली और उन्हें भी विभिन्न क्षेत्रों में साहूकार पाटीदारों तथा जमींदारों के स्थानीय नामों से जाने जाते है।.............
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