जनसँख्या आज के वक्त के अनुसार एक समस्या और वरदान दोनों ही रूपों में देखने को मिल रही है। अगर देश में को संसाधन के रूप में विकसित किया जाये तो यह वरदान हो जाता है और अगर संसाधन के रूप में न हो तो बोझ बन जाता है।
भारत :-भारत के लिए देखा जाये तो ये स्थिति और व् गंभीर होती दिख रही है। जहां पैर जनसँख्या विस्फोट के कारन जनसँख्या में तेजी से वृद्धि हो रहे है। अगर इस खतरे के बारे में लोगो को नहीं जानकारी दी गई और इसे ठीक नै किया गया तो देश के लिए काफी नुक्शानदायक होगा